=राजेन्द्र भगत=
जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने एक अनोखी पहल की है जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है जम्मू ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी किसी भी वाहन का चालान कैमरे के सामने काटेंगे और यह कैमरा चालान काटते हुए ऑफिसर की वर्दी पर लगा होगा जो वहां की सारी गतिविधि कंट्रोल रूम में बैठे उच्च अधिकारियों तक लाईव पहुचाएगा। ज्ञात रहे की ट्रैफिक पुलिस पर यह इल्जाम लगते रहे हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले बाहनों के साथ ट्रैफिक पुलिस का बर्ताव सही नहीं होता जिसका सुधार करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यह अनोखा तरीका निकाला है जिसकी सब तरफ तारीफ हो रही है अभी कुछ सीमित जगहों पर इस तरह से चालान काटे जा रहे हैं आने वाले समय में इन कैमरों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।
जब से राज्य ट्रैफिक पुलिस की कमान आईजी बसंत रथ ने संभाली है तब से राज्य में ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है और यातायात वाहन एवं आम लोग ट्रैफिक के नियमों को फॉलो करते नजर आ रहे हैं।
पिछले कई वर्षों से राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई थी यातायात नियमों को सुचारू करने के लिए किसी भी प्रकार से नई तकनीक का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था जैसा कि अन्य राज्यों में होता रहा है ट्रैफिक पुलिस पर भी घूसखोरी जैसे आरोप लगते थे तथा बाहरी राज्यों से राज्य में आने वाले सैलानी भी इस बात को लेकर खफा थे कि उनकी गाड़ियों को देखते ही ट्रैफिक पुलिस उन्हें कागजी चेकिंग के नाम पर प्रताड़ित करती है जिस कारण उच्च अधिकारियों पर इस शिकायत को हल करने का हमेशा से दबाव रहता था परंतु इसका कोई सही उपचार नजर नहीं आता था परंतु पिछले कुछ समय से राज्य ट्रैफिक पुलिस की कमान होनहार अधिकारी आईजी बसंत रथ को सौंपी गई जिसने इस बिगड़ी हुई व्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिए तथा मुख्य मार्गों पर लगने वाले बड़े-बड़े जाम एवं और आनियंत्रण ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु करने में मुख्य भूमिका निभाई आज ट्रैफिक को लेकर स्थिति अन्य राज्यों से वेहतर है लगभग सभी यातायात वाहन एवं मुख्य मार्गो से गुजरने वाले राहगीर इस नई ट्रैफिक व्यवस्था से प्रसन्न नजर आते हैं।
जम्मू कश्मीर ट्रैफिक पुलिस ने एक अनोखी पहल की है जिसकी पूरे देश में चर्चा हो रही है जम्मू ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी किसी भी वाहन का चालान कैमरे के सामने काटेंगे और यह कैमरा चालान काटते हुए ऑफिसर की वर्दी पर लगा होगा जो वहां की सारी गतिविधि कंट्रोल रूम में बैठे उच्च अधिकारियों तक लाईव पहुचाएगा। ज्ञात रहे की ट्रैफिक पुलिस पर यह इल्जाम लगते रहे हैं कि बाहरी राज्यों से आने वाले बाहनों के साथ ट्रैफिक पुलिस का बर्ताव सही नहीं होता जिसका सुधार करते हुए ट्रैफिक पुलिस ने यह अनोखा तरीका निकाला है जिसकी सब तरफ तारीफ हो रही है अभी कुछ सीमित जगहों पर इस तरह से चालान काटे जा रहे हैं आने वाले समय में इन कैमरों की संख्या और बढ़ाई जाएगी।
जब से राज्य ट्रैफिक पुलिस की कमान आईजी बसंत रथ ने संभाली है तब से राज्य में ट्रैफिक व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है और यातायात वाहन एवं आम लोग ट्रैफिक के नियमों को फॉलो करते नजर आ रहे हैं।
पिछले कई वर्षों से राज्य की ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई हुई थी यातायात नियमों को सुचारू करने के लिए किसी भी प्रकार से नई तकनीक का कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था जैसा कि अन्य राज्यों में होता रहा है ट्रैफिक पुलिस पर भी घूसखोरी जैसे आरोप लगते थे तथा बाहरी राज्यों से राज्य में आने वाले सैलानी भी इस बात को लेकर खफा थे कि उनकी गाड़ियों को देखते ही ट्रैफिक पुलिस उन्हें कागजी चेकिंग के नाम पर प्रताड़ित करती है जिस कारण उच्च अधिकारियों पर इस शिकायत को हल करने का हमेशा से दबाव रहता था परंतु इसका कोई सही उपचार नजर नहीं आता था परंतु पिछले कुछ समय से राज्य ट्रैफिक पुलिस की कमान होनहार अधिकारी आईजी बसंत रथ को सौंपी गई जिसने इस बिगड़ी हुई व्यवस्था को पुनः पटरी पर लाने के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिए तथा मुख्य मार्गों पर लगने वाले बड़े-बड़े जाम एवं और आनियंत्रण ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु करने में मुख्य भूमिका निभाई आज ट्रैफिक को लेकर स्थिति अन्य राज्यों से वेहतर है लगभग सभी यातायात वाहन एवं मुख्य मार्गो से गुजरने वाले राहगीर इस नई ट्रैफिक व्यवस्था से प्रसन्न नजर आते हैं।
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