संतोष कौशल
बिस्कोहर । नगर पंचायत बिस्कोहर के हनुमानगढ़ ज्ञान लोक नारद कुटी मंदिर पर चल रही नौ दिवसीय श्रीहनुमत महायज्ञ के तीसरे दिन शुक्रवार रात कथा व्यास मोहन दास शास्त्री ने ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुए कहा कि सत्संग, भक्ति और परमपिता परमेश्वर पर दृढ़ विश्वास हो तो कोई काम कठिन नहीं होता। भक्ति मन को निर्मल कर अच्छे विचारों को उत्पन्न करती है। उन्होंने कहा कि आज हम देखते हैं कि बच्चे छोटी सी उम्र में अपराध करने लगते हैं। यह सब संस्कारों की कमी के कारण होता है। इससे विकृत विचार मन में आते हैं। इसीलिए जन्म से ही बच्चे को सत्संग और अच्छे संस्कार देना चाहिए। ध्रुव के अंदर नैतिक गुण होने के कारण अपमानित होने के बाद भी उसने अपनी विमाता के प्रति द्वैष नहीं रखा और अपनी मां की प्रेरणा से कठिन तप किया और वह पद प्राप्त किया जो बड़े-बड़े ऋषि मुनि वर्षों की तपस्या के बाद नहीं प्राप्त कर सके। मन की निर्मलता से परमात्मा की प्राप्ति सहज में ही हो जाती है।
इस अवसर पर यज्ञ संरक्षक देवरामदास वेदांती , नागा बाबा , मुख्य यजमान हरिश्चंद्र गुप्ता , अमरनाथ पांडेय , सुधीर कुमार त्रिपाठी , राजेश यादव , राजेंद्र गुप्ता , सचिन, गौकरण पाठक , अजय मौर्या सहित सैकड़ों श्रृद्धालु उपस्थित रहें।
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