यूपी के सभी जिलों में प्रशिक्षित वैक्सीनेटर्स के माध्यम से कोविड वैक्सीन का ड्राई रन (मॉक ड्रिल) मंगलवार को शुरू हाे गया। इस दौरान वाराणसी में तैयारियों की पोल उस समय खुली जब कर्मचारी वैक्सीन को साइकिल पर लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां पर वैक्सीन रखे जाने की बात कही जा रही है हालांकि वहां पुलिस की तैनाती जरूर की गई थी लेकिन वैक्सीन को अस्पताल तक पहुंचाने की पूरी तैयारी नहीं की गई। चौकाघाट कोरोना वैक्सीन केंद्र से वैक्सीन महिला अस्पताल साइकिल से पहुंचाई गई। वहीं महिला अस्पताल में जब वैक्सीन पहुंची तो वहां भी तैयारी नहीं थी। वैक्सीन आने के बाद वहां पर मेज आदि व्यवस्थित किए गए।
यह सिर्फ मॉकड्रिल :
साइकिल से वैक्सीन के बारे में पूछने पर वाराणसी के सीएमओ डॉ वीबी सिंह का कहना है पांच केंद्रों पर वैन से वैक्सीन गई है। केवल महिला अस्पताल में साइकिल से वैक्सीन कैरियर लेकर आया है। हर जिले में 6-6 स्थानों पर वैक्सीनेशन के लिए ड्राई रन आयोजित हो रहे हैं। ड्राई रन के दौरान किसी को भी कोई वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है बल्कि केवल वैक्सीन लगाने का मॉक ड्रिल किया जा रहा है। इसके बाद बावजूद कई जिलों में अलग-अलग अव्यवस्था देखने को मिली। ड्राई रन सही प्रकार से हो और कहीं किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए वर्कशॉप कराई गई थी। कोल्ड चेन से लेकर स्टोरेज व वैक्सीन के मूवमेंट तक की पल-पल जानकारी रखी जाने की बात थी ताकि जब वैक्सीनेशन शुरू हो तो वह पूरी तरह से त्रुटि रहित रहे। आज के ड्राई रन में अलग-अलग सत्र में अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं, जिसमें पांच टीकाकरण कर्मी तथा 25 -25 टीका लगवाने वाले लाभार्थी शामिल हैं।
पांच चरणों में होगा ड्राई रन
सभी जिलों में ड्राई रन मुख्य रूप से पांच चरणों में है। पहले चरण में वैक्सीन लगवाने वाले का आइडेंटिफिकेशन, उसके बाद उसके लिए वैक्सिन की वायल लगाने वाले स्वास्थ्यकर्मी को देना फिर वैक्सीन लगवाने वाले की आईडी लॉग इन करना और उसके बाद उन्हें वैक्सीन लगाना। वैक्सीनेशन के बाद वैक्सीन लगवाने वाले को एक वैक्सीनेशन कार्ड दिया जाएगा। इस कार्ड में जिस दिन वैक्सीनेशन हुआ, उस दिन का विवरण और अगले 28वें दिन लगने वाली दूसरी डोज़ की तारीख अंकित होगी। वैक्सीनेशन के बाद प्रत्येक व्यक्ति को 30 मिनट तक ऑब्जरवेशन में रखा जाएगा।
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