पश्चिम बंगाल : राजीब बनर्जी ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा - NATION WATCH (MAGZINE) (UPHIN-48906)

Latest

Breaking News

दुमका पेट्रोल कांड: कोर्ट ने दोषियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई*शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हुए गोविंदा, लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव*'डराना-धमकाना कांग्रेस की संस्कृति', CJI को वकीलों की चिट्ठी पर बोले पीएम मोदी*विस्थापित कश्मीरी पंडित अब कर सकेंगे मतदान, EC ने जारी की अधिसूचना*बिहार में 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी ओवैसी की AIMIM पार्टी*अरविंद केजरीवाल की पत्नी बोलीं- CM की तबीयत खराब है, शुगर लेवल भी हाई*दिल्ली CM केजरीवाल को नहीं मिली कोर्ट से राहत, 1 अप्रैल तक बढ़ी ईडी रिमांड*केजरीवाल की सेहत ठीक नहीं, उन्हें परेशान किया जा रहा: सुनीता केजरीवाल || [Nation Watch - Magazine - Title Code - UPHIND-48906]

Nation Watch


Friday, January 22, 2021

पश्चिम बंगाल : राजीब बनर्जी ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा



पश्चिम बंगाल में कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इससे पहले सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस से दिग्गज नेताओं के साथ छोड़ने का सिलसिला जारी है। ममता बनर्जी सरकार में फॉरेस्ट मिनिस्टर राजीब बनर्जी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने त्यागपत्र में लिखा, 'पश्चिम बंगाल के लोगों की सेवा करना बहुत सम्मान और सौभाग्य की बात है। मैं इस अवसर को पाने के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं।'

राजीव बनर्जी के मंत्री पद से इस्तीफे के बाद कयासों का बाजार गर्म हो गया है। क्या वह भी शुभेंदु अधिकारी की तरह भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दामन थामेंगे?

BJP का दावा- 40 से अधिक टीएमसी विधायक पाला बदलने को तैयार
पश्चिम बंगाल में अपने पक्ष में माहौल गरमाए रखने के लिए भाजपा तृणमूल कांग्रेस में धीरे-धीरे सेंध लगाकर आगे बढ़ेगी। पार्टी का दावा है कि सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कई विधायक उसके संपर्क में है, लेकिन वह किसी जल्दबाजी में नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 23 जनवरी व गृह मंत्री अमित शाह के 30 जनवरी के दौरों के से भाजपा के मिशन को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।


भाजपा महासचिव व राज्य के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय चालीस से ज्यादा तृणमूल कांग्रेस के विधायकों के संपर्क में होने का दावा कर चुके हैं। हालांकि उन्होंने नामों का खुलासा नहीं किया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, वह इस मामले में कोई जल्दबाजी नहीं करेगी, बल्कि धीरे धीरे तृणमूल को झटका देगी। पार्टी में लगभग एक दर्जन नेता शामिल हो सकते हैं, लेकिन उनको एक-दो कर लिया जाएगा। इसके पीछे मकसद चुनाव तक विरोधी खेमे में भगदड़ की स्थिति बनाए रखना है।

No comments:

Post a Comment

If you have any type of news you can contact us.

NATION WATCH -->