ब्रिटेन से यूपी आए 570 लोगों को अब तक नहीं ढ़ूंढा जा सका। बीते 09 दिसम्बर के बाद प्रदेश में आए इन लोगों में से ज्यादातर के मोबाइल या तो स्वीच ऑफ हैं या फिर नेटवर्क से बाहर। लिहाजा इन लोगों से स्वास्थ्य विभाग का सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। इनमें से कोई संक्रमित हो और वह अपने आसपास संक्रमण न फैला दे इसको लेकर पूरे स्वास्थ्य महकमें में हड़कम्प मचा है। आने वाले समय में ये लापता लोग सिरदर्द न बन जाए इसके जिले स्तर पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें गठित करने का निर्णय किया है। ये टीमें लापता सभी लोगों के पासपोर्ट में दर्ज पते के आधार पर स्थानीय पुलिस व प्रशासन के सहयोग से इन्हें ढ़ूंढ़ेगी।
यहां यह उल्लेखनीय है कि नौ दिसम्बर के बाद यूपी आए 1655 लोगों में से अब तक मात्र 1085 लोगों को ही ढ़ू़ढ़ा जा सका है। इन सब की आरटीपीसीआर जांच में 10 लोग पाजिटिव मिल चुके हैं। इनमें से भी नौ संक्रमित यूपी में इलाज करा रहे हैं जबकि एक व्यक्ति दिल्ली के अस्पताल में भर्ती हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की माने तो विभाग ने जिलों को चिन्हित करके वहां के सीएमओ को टीम गठित करने और चिन्हित पते पर जाकर सम्बन्धित व्यक्ति की जांच करने के निर्देश दे दिए गए हैं।
यह भी कहा गया है कि इस कार्य में किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न बरती जाए। चिन्हित हर व्यक्ति की जांच हर हाल में कराई जाए और जांच में संक्रमित पाए जाने पर उस व्यक्ति को हर हाल में अस्पताल में भर्ती कराया जाए। यह भी ध्यान रखा जाए कि संक्रमित व्यक्ति कहीं ब्रिटेम में मिले कोरोना के नए स्ट्रेन से ग्रसित तो नहीं है इसके लिए उसकी ‘जिनोम सीक्वेंसिंग’ कराई जाए। विभाग ने इस बात के निर्देश दिए हैं कि अगर किसी में नए स्ट्रेम का पता चलता है तो तत्काल उसे पूरी तरह से पृथक वार्ड में रखकर इसकी सूचना व विभागीय मुख्यालय व नियंत्रण कक्ष को दें।
No comments:
Post a Comment
If you have any type of news you can contact us.