बलरामपुर में कोरोना पॉजिटिव युवक मुंबई से लौटने के दौरान सिद्धार्थनगर जिले में तीन दिन तक रोका गया था। वह इटवा स्थित क्वारंटीन हाउस में 28 लोगों के साथ रखा गया था। तब उसमें कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं मिले थे। इसलिए उसे बलरामपुर भेज दिया गया था। बृहस्पतिवार को युवक के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर बलरामपुर के सीएमओ ने डीएम दीपक मीणा को पत्र लिख कर मामले से अवगत कराया है। डीएम के आदेश पर इटवा क्वारंटीन हाउस में रुके सभी 28 लोगों के साथ-साथ उन लोगों को भोजन देने वाले कर्मचारी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है।
बलरामपुर के पचपेड़वा थाना क्षेत्र निवासी 23 वर्षीय युवक 10 अप्रैल को मुुंबई से घर के लिए रवाना हुआ था। 15 अप्रैल को सिद्धार्थनगर के बढ़नी बॉर्डर पर युवक को रोक लिया गया था। स्वास्थ्य जांच के बाद उसे इटवा के अलफारूक इंटर कॉलेज में बनाए गए क्वारंटीन हाउस में भेज दिया गया था। यहां वह 28 अन्य क्वारंटीन किए गए लोगों के साथ रखा गया था। कोरोना के कोई लक्षण नहीं मिलने पर उसे यहां से 17 अप्रैल को डिस्चार्ज कर दिया गया था। वह बिस्कोहर होते हुए 18 अप्रैल को बलरामपुर स्थित अपने गांव पहुंचा था। बलरामपुर में भी उसे गांव के विद्यालय में बनाए गए क्वारंटीन हाउस में रखा गया था। 20 अप्रैल को उसके लार का नमूना जांच के लिए भेजा गया था। 23 अप्रैल को रिपोर्ट में उसे कोरोना पॉजिटिव बताया गया।
डीएम दीपक मीणा ने बताया कि उसके साथ अलफारूक इटवा में जो 28 लोग क्वारंटीन कराए गए थे, वह सभी अभी क्वारंटीन हाउस में ही हैं। उन सभी के साथ युवक को खाना देने वाले कर्मचारियों के भी लार का नमूना लेकर जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन हाउस में भी सभी लोगों को निश्चित दूरी पर रही रखा जा रहा है। ऐसे में संक्रमण फैलने की संभावना नगण्य है। हालांकि सभी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं।
No comments:
Post a Comment
If you have any type of news you can contact us.